
खुन की कमी और बच्चे के गले में नाल फंसने गंभीर गर्भवती महिला को संजीवनी एक्सप्रेस से मेकाहारा लेकर आ रहे थे, इस दौरान प्रसव पीड़ा तेज होने पर एंबुलेंस कर्मचारियों ने वाहन में ही सुरक्षित प्रसव कराया, जहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ है, वहीं बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस संबंा में मिली जानकारी के अनुसार बरमकेला ब्लाक के ग्राम धोबनीपाली निवासी जया चौहान पति सन्नी चौहान (१९ वर्ष) को शुक्रवार को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने उसे उपचार के लिए पीएचसी बोंदा में भर्ती कराया था, जहां डाक्टरों द्वारा जांच किया गया तो पता चला कि पीडि़ता के शरीर में ब्लड की कमी है, साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे के गले में नाल फंसा हुआ है, जिससे नार्मल डिलिवरी संभव नहीं है। इस दौरान महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए डाक्टरों की टीम ने शनिवार को उसे रायगढ़ मेडिकल कालेज रेफर कर दिया, जिसकी सूचना मिलने पर संजीवनी 108 वाहन से महिला को रायगढ़ मेडिकल कालेज अस्पताल के लिए रवाना किया गया। इस दौरान अभी बोंदा और पुसौर के बीच में पहुंचे थे कि प्रसव पीड़ा तेज हो गई। जिससे ईएमटी महेंद्र ने इसकी सूचना जोनल मैनेजर संजीव शर्मा को दिया, जिस पर संजीवन शर्मा ने तत्काल डाक्टर को अवगत कराया और परिजनों की सहमति से मितानिन के सहयोग लेकर एंबुलेंस में ही प्रसव कराने का निर्णय लिया। इस दौरान महिला ने 108 और मितानीन की सुझबुझ से महिला ने वाहन में ही बेटी को जन्म दिया। इस दौरान जच्चा-बच्चा दोनेां की स्थिति समान्य होने पर परिजनेां ने भी राहत की सांस ली। वहीं 108 की टीम ने बेहतर उपचार के लिए मां-बेटी को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पुसौर में भर्ती कराया गया है ।