
जांजगीर-चांपा । सीएचसी सक्ती में एडमिट गर्भवती महिला की स्थिति क्रिटिकल होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन 108 की टीम द्वारा जिला अस्पताल लेजाते समय बीच में ही प्रसव पीड़ा होने पर सूझबूझ से प्रसव कराया। महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया और दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खैरा निवासी गर्भवती महिला पूर्णिमा उम्र 19 वर्ष पति पवन कुमार को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने सीएचसी सक्ती में एडमिट कराया था। स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टरों द्वारा महिला को जिला अस्पताल जांजगीर रिफर कर दिया गया और इसकी सूचना 108 को दी गयी। सूचना मिलते ही पायलट धर्मेंद्र चंद्रा एवं ईएमटी पुन्नी लाल तुरन्त हॉस्पिटल पहुंचें और महिला को एम्बुलेंस में शिफ्ट कर जांजगीर के लिए रवाना हुए। इस बीच गांव से 40 किलोमीटर दूर पेंड्री के पास पहुंचने पर गर्भवती महिला को तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। ईएमटी पुन्नी ने अपने सूझबूझ का परिचय देते हुए सर्वप्रथम ईआरसीपी के माध्यम से डॉक्टर सचिन को वस्तुस्थिति से अवगत कराया और उनके सलाहनुसार परिजनों से बात कर गर्भवती महिला की स्थिति को देखते हुए एम्बुलेंस में ही प्रसव कराने का निर्णय लिया। सर्वप्रथम एम्बुलेंस को सुरक्षित खड़ी कर प्रसव प्रक्रिया प्रारंभ की। कुछ ही क्षणों पश्चात एम्बुलेंस में बच्चे की किलकारी गूंजने लगी। पूर्णिमा ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया । इसके पश्चात मां बेटे को जिला अस्पताल में शिफ्ट कराया गया। सुरक्षित प्रसव के लिए परिजनों ने 108 टीम को धन्यवाद दिया।
