
जिले के दुनिया न्यूज) दमोह ब्लर्क के 108 वाहन चालक ने 15 दिन की बच्ची की जान बचाने के लिए एंबूलेंस को मानी हैलीकाप्टर की रासेय और महज 30 मिनिट के अंदर उसे तेंदूखेड़ा से जबलपुर मेडीकल कालेज में भर्ती करा दिया जहां समय पर इलाज मिलने के बाद बच्ची पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है और सुरक्षित है डाक्टरों की टीम लगातार उसका चैकअप कर रही है।
मामला रविवार की रात तेंदूखेड़ा बीको स्वास्थ्य केंद्र का है जहाँ सहजपुर गाँव से 15 दिन की बच्ची को बेहोशी की हालत में लाया गया था और डॉक्टरों ने बच्ची की गंभीर हालत को देखने हुए उसे मेडीकल कालेज जबलपुर रेफर किया था। तत्काल 108 बहन को बुलाया गया और पयलट विवेक कटारिया को मामले की जानकारी दे गई। इसके बाद पायलट ने बच्ची की उसकी मां के साथ एंबूलेंस वाहन के समेत टुनिया में बैठाला और 55 किमी की दूरी महज 30 मिनिट में तब करा दी और जबलपुर मेडीकल कालेज पहुंचा दिया जहां मासूम अब खतरे से बाहर है। खेड़ा से जबलपुर की दूरी 55 किलोमीटर है और इस दूरी को तय करने और मेडीकल कालेज तक पहुंचने में एक से घंटे का समय लगता है, लेकिन 108 के पायलट ने यह दूरी मात्र 30 मिनिट में तय की है. जबकि इतने कम समय में जबलपुर की यह दूरी तय करना काफी मुश्किल है, लेकिन 108 के पायलट ने यह कमाल किया है। बच्ची आईसीयू में इलाजरत है। मासूम महन 15 दिन की है और बंसल परिवार से है। बच्चे के माता-पिता ग्राम सहजपुर निवासी हैं और रविवार की रात अचानक वह बेहोश हो गई और उसकी हालत बिगड़ गई। 100 से अधिक स्पीड से दौड़ाया वाहन रविवार की रात बेहोश की हालत में मासूम को लेकर 108 बहन 7 बजकर 45 मिनिट पर खेद से निकला था और जबलपुर 8 बजकर 10 मिनिट पर पहुंच गय था। पायलट के साथ डॉक्टर विजय सिंह भी मौजूद थे। पूरे मामले में पायलट विवेक कटारिया ने बताया कि बच्ची मात्र 15 दिन की थी और उसे जबतें स्वास्थ्य केंद्र से रेफर किया गया उस समय 7 बजकर 45 मिनिट का समय था मैंने बच्ची के जीवन के महत्व को समझा और 27 से 30 मिनिट में उसे मेडिकल कालेज जबलपुर पहुंच दिया।
